Episode Transcript
[00:00:00] Speaker A: दीपक जी स्वागत है तुआड़ा सत्रियकाल जी.
[00:00:02] Speaker B: सत्रियकाल भीज़े जी सारे दर्शकान सुरोत्यानों प्यार परी सत्रिकाल दीपक जी पहली खबर बड़ी.
[00:00:08] Speaker A: फिकरमन्दी पैदा करन वाली है पंजाब दे विच देखो जड़े बीते दिनी हड आये उना दा असर अजे ताक.
[00:00:26] Speaker B: वो हटा ला मसला जे पुरी तरह नज़ित नहीं सके हैं। जे कर कोई फंबा, कोई सट लगी ते जबाक दे गरम फूका मार दे हुने आपा कि हाने आणेनू। यह जब के चिरीदा, किरीदा टाड़ों लगे जी है न। ते हलता वो कम है तो फूका मार रहे हैं ते फूकां भी के जी में एक बर एक फिकर बत गया के हुँ की त्वारा हडा हुँगे क्योंके चेरा मौसम पापा अगने जानकरी दिती हो दे उनसारत आही जानकरी है जी के कल तो पापा आज सडे तिन तरीक दी रात हो गई है ते स्वेर नु चार तरीक चड़नी है चार तरीक तो लेके न काफी ज़्यादा मी पैनद असार है गएने सो दे लिए यो कहा गया ते जमुकश्मीर दे विच उपर हमाचल दे विच पारी मी पैना ते उत बात फिर पंजाब च भी है इसे लिए शैद डैमां गलो होन पहल पदमी कर दें पहला पानी छटे जा रहा है जे रंजीत सागा डै पाकड़ा डेम तो भी पानी छड़ने दिख बाया था। मतलब दसहा जा रहा है के आउंदे दिना दे विच 110 मिलिमेटर तक चमोखेटर दे भी पहनती सभावन है। इसे इतरां हमाचल दे विच 120 मिलिमेटर तक भी पहनती सभावन है। सो कुल मला के हमाचल प्रदेश दे विच मतलदे इना सारी अंथामाते आउस्तान क जड़ा ए उपरों पानी आउना है जाँ पखवा खड़ाने बाहीं ते जड़े हुना रही पानी आउना तब डेम ता पतर ता पतर नहीं है जी एधर पाक्रा डेम ते भी स्वाहुना बन गिया केदम सत्रुछ भी पानी छटे जाओगा सो इथो तक असारत मनने जा रहेने के � हुण सवाल एहे जे 12,000 कोरूट ता रेट का नी मुक्या, राजपाल भी बिच कुद पया, वो कहेंदा सी एंडिया रफ ते नीयम नी बदल सकते जी कसुबे करके, भी हरेक सुबे दी अपनी तसीरा, अपना मौसम है, अपना मसला है, है ना अपना रेंस है ना ते चलो करने नहीं करने जड़े नियम है के उदे तहःत कड़ा कुछ देता, ना सुबा सरकार ने आज तक ना केंदर सरकार ने, सो गली बाती मैं बड़ी करतूती बड़ी जथानी आज तो वही चल रहे कम, ते उन कुछ नारा कोई होबे पिंजाब सरकार जड़ी दं� के अगली बार हड नहीं आओंगे एदे लिए कोई त्यारी है जे आओंगे कुदर्ती तुरी नहीं रोक पाँदे फेर ओस हडां दे नुकसान लेगी उदी परपाई लेगी लोकां दे नुकसान कटाओंगे थोड़ी केड़ी रहनीती है आगले तिन दिन पंजाबनों नीज नहीं होनी फिर हरदा ख़तरा मड़ान लगे। अदे तो बत जिलेंगे बिच पंजाब ते हमाचल, हरेयाना, एदर यूपी दे कुछ खितर इना सारेंच दिली तक छे ते सतनु, अठनु परीमी दस्या वाईज।.
[00:04:00] Speaker A: दीपक जी सुखभीर बादल ते बलवीर राजेवाल यो इचकार कोई बंद कमरा बैठा कोई है जी?
[00:04:06] Speaker B: बिलकुल जी बलवीर सिंग राजेवाल ते सुखभीर सिंग बादल बेचारे बिलकुल बैठा कोई है बैठा कोई करीम एक कंटा चली है सुखभीर सिंग बादल एस मौके � ते उन्हांनु लगता है के जमीना दे दुख दर्द, जमीना दे मसले जिनना कोई समझदा होना चो एक बनभी सिंग्राज्याल भी ने जड़े सब तो बद समझदा है, इसलिए शैद उठे गए। क्योंके अकाली दाल जड़ी जड़ी तरातर रही है किसे समे कसानी, पेंड सो अकानी दाल हत्तों सारा कुछ किर चुक्य है ते वो अपने बनियादी पंथक पहलूने और करसानी मसलेने वो भी यो तो दूर हो चुक्य है सो एसली मनने जा रहे हडां दे विच सुक्वीर बादल जिमें लोकां दे निरे जांदे दिखे शहद उसे कड़ी जो अगल जहां उन्हां दी कोई लिख्त पड़त तो उदे विच्चो मसूस कर लेंदें के अगला पैंत्रा की होन बड़ा है तिन खेती कनूना दी लड़ाई दे विच जीमें रोल नबाया हो उसनु लेके सारे जान देने। तो इसलिए समझा जा सकते है कि सुखपीर सिंग बाधल न� केंडर तो बाद जेकर कसान जथे बंदियां दी कसाना दी नराज़गी किसे नल है तो सब तो बद हुँ आमादनी पाटी नल सत्थादारी ते नल जेख जब बेहारो जथे बंदियां नल जुनिना नल कर रही है लीटरा नल कर रही है उस तो चल देया मेरे लिए सक्वीर वा बंद कमरा बैठकर बाहर आके सुक्वीर बाद न किया के नहीं जी मेरे बापू जी भी आओ दे सी ना कुर्सला लेंड सता परवारक तोरते आएं जी असता कसानी नु लेके गलनां बतां कीती हैं राजनीती दी कोई थानी मेनु समझ नहीं आओंदी के बी एक कैंट जी गिड راجنیتی کا مطلب کہ اللہ چون لڑنا نہیں ہوندا، راجنیتی کا مطلب کہ اللہ سطح جدے بروتی تیر چونا نہیں ہوندا، جدوں تسیں پنجاب دے مسئلے نوں بچاروں گے تسیں پنجاب دی راجنیتی ہوگی تے راجنیتی راہیں سیں مسئلے ہل کرن دی گل کردیں تے پھر اچھ حرج کیا جدوں تسیں یہ بھی کہتوں کہ ہاں جی راجنیتی تاور تے بچاراں ہونیاں पता नहीं गल लोकोंनु क्यूं मतला आप राजनीती करनी भी है ते आप राजनीती नु सब तो माड़ी भी दसना है कि ना उन्हें तो बहुत माड़ा विशा है ये नहीं होनी चाहिए थी आप बगुंत बन भी राजनीती ना करेया करो कि प्रवा तु राजनीती करके ता मु अगले खुद भी चौन लड़ी सी ते अमीदवालने चौन भी लड़ाई सी हां, खुद बनवीर सिंगे राजियाल ने भी कहा के हां मैंने नु कहा के पाही पंजाम गुरे चनावतियां बहुत है कसानी गुरे चनावतियां बहुत है कट गड तुसी आकादीं ता कठे हो जो है दे मैंने नु कहा प्रेहुने राहिन्तिक सलाही है ना सो एसली राहिन्तित जहां जडी ओफर किसे समें केजरी बालने दिती दी वैसता हुंता मुखमंतरी दे उमीदवार बच्चों में भी पेशकरनी कोईध कर ली सी फिर बाडचों तोखा भी कर गया थे हुनु एकी सख़वीर बादल अपने पालेच लेओन गयेने बिल्वीर सिंग्र राजियालों � यह बिलकोल जगो तेरमी हैं जी मतलब शैद मुखमंतरी बगवांतमानों पता ही लागता होनों काठता मतलब ही हुंदे करेंदी हैं हैं वो कुले जानते हैं कि मैं मुखमंतरी में क्योंकि आज जेहो जी उठे उनादी पाशा सी बैसे पहलां भी कहीं बार उठरके ने पर आ� तुसी तोड़ी सुकभीर बादल बरुती लीडर है, तुसी बतौर पार्टी, बतौर उन्हां दी कार्ज शेली, बतौर उन्हां दी पार्टी दे समय दे इन्हां सरकारां दे काम, उन्हां नु पंडो, पर हुण तुसी सरकार चों तुसी जवाब दे हुँ, किनी देर नु एक मुखमंतरी दी पाँशा होंदी एक लीडर बारें। बंदा केंदरी मंतरी रहा, बंदा उपमुखमंतरी रहा, बंदा MP रहा, बंदा MLA रहा, एक पाटी दा परदाहान है, थोड़े बचार नहीं मिल दे, थोड़े उछ लख कामियाने, उदे कोई कापलेने, कोई नल के अइथे जी जिमनी चोन होनी हैं विजे जी हड कले तरंतारं च नहीं आए पर होना तरंतारं ची आए रहेंगे हड सारे मसले तरंतारं नहीं हल होनगे क्योंके सो जिमनी चोन हैं आँठ मुखमंतरी सभव गये ता सी लिंक सडगेंदा नहीं पत्थर रखन सरकारी प्रोगरम पर एक चंगा काम हो या क्या अज नहीं पत्थरां दे उठे केजरी बाल दी नानी सीगा स्टेज ते कुरसी नी सी अज दिल्ली आड़े नान नी गए पता नी समझा गी के लोग कपड़े फाड़न के आओंदे दिनाचे इसलिए पहले ही चंडीगड ता कसीमत हो जो मैसे चं� वो जमीन एकडा, सेंक्रे एकडा जे बड़ी मंडी हैं त्यार टांचा, उन्हों बाया पुड़ा दिली दी का कंपणी नु देनदा कंट्रक्ट कर लया, मंडी बोर्ड सो मता भी पुआ लया, ते मुखमंतरी सहाब ही तो उन्होंने दिखता नहीं गा, है ना? ते ओथे � ते ओस सरकारी स्टेज थी जिते तुसी नहीं पत्थर रखने गे सी लिंक सरकांदा नकसानीयां दा, ओस स्टेज तो तुसी हिमीद बार लार ने उतरनतां दी जिमनी चोणने दा। हरमीद संतु जड़े अकाली दल चो इतर आये ने, अकाली दल दो बारें में ले रहे ने � ते होना काली दालने बारो एक लियाके बीबीनों टिक्ट देती है। सो ये इसलिए हरमीत संदुनों सरकारी स्टेज़ तोलाना मैंनों नहीं बताओना कोई पाटी ते स्वाल खड़ा करोगी जैं चौन कुमिशने ता नोडस लोगा जैं नहीं लोगा पर ये आपने आप सवा पर हुने इनालई तर तर जिमनी चोन एहम हो गये, लगपक सारी पाटियां में आच नित रही हैं। बीजेपी की, अकाली की, अमरत पलाली तिरकी, थोड़ा जा जे अगे पिछे है, ता वो है जी कांगरस जीदा मनेजर है कि कल तक जाज देरा तक मीद बार समने आजुगेर दूसरे बासे जा पुनर सर्जी तकाली दल है जिनने पहला लगपाग संदीब सन नहीं करनी जाना तै कर ले है सी उदे नाले समर्थन करना पर हुन पता लग रहे हैं सातक मेंबरी कमेटी बना के कोई आपना टीम थले पेज़िया के उदे ना तो बाद उननदी सर बे चंदु माजरा, बीबी जगीर कोर, एना तीनसा परवार जे जे परवार सारे दूर रखेने ये उनने एक नमापान कीता के बिलकुल नामी चेरियां दी बजाए नमी तरहनू मौका दिता उदे नाल उनने दी चर्चा भी है गिया पर हुन सारी या नजरा तरंत तरंत ने जीम.
[00:12:27] Speaker A: सुप्रीम कोड रुख कीता जी की वेरवाई इस मामले विच।.
[00:12:31] Speaker B: मिलकुल जी सोनो बांगचुख हुरा नू 26 स्तंबर नू जदो गिरिफ्तार कीता गया सी उतो पा देश परदे विचे दे स्वंदच वाजता जुरूर उठी कुझ राइनतिक तेरां बलो चाहिए हो शिप सेन पर वो जही कोई लहर नहीं बनी जही सोचा जा रही थी कि शायद कोई वाज उठूगी कि सरकार दी देशत इननी हैं डर इनना हैं लोकां दे बीच कबराहत इननी हैं कि किसे दे उते भी पच्चा पा सकते हैं किसे दे भी कारबाई कर सकते हैं किसे नुभी देशतो त्रोही तो जदो 26 स्तंबर नुनानु गर्तार कीता जानदा उतो बाद जड़ी उनांदे नाल परदर्शन करनारी तेरसी हैना वो सने साफ इंकार करता कि असी उन केंदर दे नाल कोई बाता नहीं करांगे साथा कोई रापता नहीं रहेगा ऐसी कोई वो समय तक उनांदे केंदर � पर सौनंबाग प्यूक दे लई ओही जी कोई अजे लहर नहीं बन रही तांके सरकार में तो लगता है कि ठीक है सी डराले लोग पर उनना दी तरम पत नहीं गतांजली फरंट ते आखे लड़ाई लड रहे ने और वो सप्रीम कोड तक गये ने एह कहने हो यां कि गिरवतारी � सुबे दे अदकारां दी गल करना भी गुनाए। फेर ता ये तरीका कारे नहीं गए। उसी लोगतंतरक तरीके न किठे काम कर रहे हैं। सो एसलिए उन्होंने सप्रीम कोर्ड पर रोक कीता। वो कहेंदे के हबता पर हो गया आज तक तो उन्होंनी सेथ दी कोई खबर नही तुसी अथों दाला लालो के उन्हां ती तरंपतनी गितांजली ने देश दे गरह मंतरी हमेथ शानु, देश दे परदान मंतरी नरेदर मोदी नु, देश दी रास्पती द्रोग दी मुर्वम नु, उन्हां दे नाम ते छिठियां भी लिखनी हैं, पर वो छिठी दा भी कोई एक बग्यानी है नामी शिक्षियत है उदे ते फिल्मां बन ली हैं सनमान हासलने मान हासलने ता तक ठीक है जद तुनू सवाल करले फिर गुनाई सो इसलिए जी इदे नाल सवाल ता खड़ा हो गया हम देखते हैं सुप्रीम कोटे दे विच की रॉलन मांदी है क्योंकि इनने جی بھگ جی.
[00:15:04] Speaker A: سمہ دین لی تاڑا بہت بہت آنواد سومبار نوں فیر گل کردیں جی تیری تیسی جہاں پاں گل شروع کی تیسی پہلی خبر توں دعا کردیں کہ یہ آن والے جلے دین میں جراہی ویکنڈ ہے سکھامہ گزرے تا جراہ خطرہ بنیا ہوا ہے پہڑاں دا اکبر دوار توں پنجاب دے کئی جلیاں دے وچھ وہ توں بچھا رہوے بچھا رہے بالکل پرمادمہ گینی توں آئے جی بھگ جی مہربان جی ساتشکال.