Episode Transcript
[00:00:00] दीपक जी तौड़ा बहुत बहुत स्वागत है सत्रिय काल जी तौड़ा समा करड़न लिए बहुत तानवाद मैं पता तुसी ट्रैवल कर रहे हो इस विले तुसी आज सारा दिन हरीके पत्रन दे इलाके ते होर लागले एरियांस दे विच गुजारेया की हाला पर जिनना अपनों पंजार दे हौंसले दी गल कर दे सी, उदेना लोग कहीं गुना जादा हौंसला है लोटां दे तो जो जर्मा उठे देखिया वो बियां करना उखा है जो स्तुती देखी वो इन्नी बत्तर है कि दुख हुन्दा है कि आसी स्थरकारां की फोड़ियां तो नाओ नहीं चूण मिया एक कहावत पंजाब दे विच बहुत परचलत है कि जी चपनी ची नकड़ बोखे मर जो वीडियो असी एक अलाके दे हिवादेदार समुचे पंजाबदी में तस्मीर रख रहे हैं अपने दर्शकावं में हरीके पुत्तानाला जेडा पूला है बड़ा वो खाईवे ते ओस पूलतों असी कोई ती बती गिलोमेटर अंदर गए हैं एक पासे पूरा तूसी बन और एक पासे स� उस पची थी किलो मेटर दे अंदर जानतो बाद आसी कोई पत तो सब किलो मेटर पानी दे विच पिंडां दे विच टानियांच जान जडे बार खेतां च करवनने उनाच जा कुछ छोटे पिंड बडे पिंड उनाच जी किसी आरही जाकी आई हर कार दे बार हर गरी दे बार हर के अंदर पशू किसेने बरांटी चे बनने नहीं किसेने ड्राइंग रूम चे बाडेने किसेने पक्के थांपने थांके पशू भी थोड़े उच्छे थांपने थे हुआं। क्योंके पशू कड़ने लेगे सरकार को कोई परवांद नहीं कराज बनदियां तक रसद पचाओन एक भी सरकारी किसे अदकारी की गड़ी नहीं मिली। एक भी मैंनों कोई भी उठे प्लीस की गड़ी तक नहीं मिली। अफसोस है इस गल्ड है कि लोग रसद लेके आ रहे हैं। लोग चारह लेके आ रहे हैं। ट्रेलियां दे उठे, टेंपूं दे उठे, गड़ीं दे उठे इने मिछ कोई ना कोई गडी तूधी दिखनी है, किसे थे केजरी बाल दी फोटो है, किसे थे पुगवानतमाल दी फोटो है, कोई सक्वीर बाल तकी थे, कोई हमसपाल लाई थे, कोई कांगरसी लाई थे, अपनों दिखाबा वो बद करेंगे, पर उनना था कोई काम नहीं है� जेरे उत्ते लेके आए, वो सारा पचाओंड नहीं जा रहे, किसीयां रहे, उत्ते ला रहेने, उत्ते पोर सेवादार मौके ते जेरे कड़ेने, वो किसीयां उत्ते लेके जा रहेनी। उत्ते दखावा नहीं, प्रक्तावा नहीं, सिरफ पंजाब, पंजाब नर्खना नजर जिरता पक लोकों ने कराँच जाके बजुर्गानों मिले वो कहेंदे 1988 तो बाद 2023 हाडा इसी एस वार उनने नडो भी प्यान खाडा है। मैं पुछिया कि सरकार कोई स्प्यासीतर कहने कोई मांदा पुतनी गोरे है। सो वो किठे यांदे ने मकाण तक जा बोटों हैं मुक्वं दिनिज़ाब किठे जाओं बेने रोटी खान। मैं सर्ग दे लंगान रोटी खा रहा हैं आले दारे कड़े ना। पची दी बंदेयां नी फोटोंां रिखेओं बोट हैं चमक देने पास तक मिटी नहीं लगी हुई। केड़े हर खितर दे बीचे थे फोटोंां क पर जिनने करांच गए बिजे जी, फारे लोग का में हत्वा में कहेंदे सी राशन है का जी, रासद है की है जी, पानी है जी चल दे दो जी, सरकुछ बेजो सी प्चा रखी हैं, पतीरी चुड़ा जाया है, आफर करने हो जी की पारची छे शे फुट पानी खड़ा है, वो � हाँ एक दिनू बचावान दी एक डबर कह रहा है समने ने दे दी उनने दे दो दिन कोई नहीं आया हाई पंजाब हूँ सो इसलिए बहुत पीड़ देख सिती है पर जे मैं ताजा अपडेट थोने नु समुछे पंजाब की गमा है तो खाबर ये है भीगे जी के अगले ते पर जड़े तैइदे करीब जिलें दे विच्छों हरदी मार है मतलू तैइदे करीब जिलें हरदी चिपेट चाहूँदे यारेने मला पुरी किला डूबे हाम्रसार, बर्त, बठिंडा, फ्रीजकोड, फतिखालसा, विरोजपूर, पाजलका, गुटालपूर, अशिहारप मुगा, पुठानकोट, पत्यावा, रोपट, नमाशर, महाली, संग्रूर, मुकर साब, तरंतार। तारी होड़ दी मारेट में। फिर जिनती करीब स्तारांसो पिल्डा तक पहुंच गीया। करीब करीब। है थाने तिन लख तो बद लोग परवावत ने। ते हुन तक ते आज आपन ते जिलें तक मार कर रहे थे। उन्हें तक नहीं प्रिवांद कर पारी सरकार। तो कल जी पूरे पंजाब चे हालत बंद जा रहे हैं। की प्रिवांद हों गेनाद। की प्रिवांद हों गेनाद। सो इसलिए सरकार दी ना केंटर दी ना सुबेरी। अ� अमितशा ते पर्दान मंतरी हाल पुछ दे रहे हैं। हाल पुछना उन्हां ता कि दसना उन्हां ता कि फिया पेज रहे हैं। आस सजोग कर रहे हैं। आसी ग्रांट जारी कर रहे हैं। आसी फंड कर रहे हैं कते हैं। पिंड पिंड पंडर ते फंड कठा होन लग पिया। प کلے کلے کھڑے لوکاں نوں پوچھا کہ پھر جیت بی سو تیس آئی سی آئی تاں موجہ تاں ملے ہوگا ملیا سی اک کلے پچھے تھاڑ سو روپیہ کنیاں دھوں بھی نہیں ملیا جے بندے دا کھیت فال دے ہم پہ ٹھکے تے کہنے آگے پنجھا ہجار نوں ستر ہجار رو چڑھ رہے ہے تاں تُسی اک فسل دا اونوں اک کلے پچھے تھاڑ سو دے رہے ہوں یہ کنا تکھا جی جے تُسی لینڈ پولنگ और एक होर जड़ा हैं पक्त रातल तो तथां फेने समने आया वो एह हाँ कि जड़े लोगोंनों हैं लगदा कि लोगोंने द्रिया माँच कभजा कर लिया इतना इतना द्रियादी पिछा बहिंदे नहीं जी बिलकुल निरा क्यूट हैं नमबराणिया जमीनाने द्रिया उनना जे इसलिए बहुत बत्तर स्थिति है पंजाब दी इस मके, छोथा हिस्सा पंजाब डूब चुक्या है ते लगबग 22-23 जिलेयां दे विच हरदी मार पैन लगगिया, पर मेनु सरकार ते परिशाषन तर्ती ते नहीं लब रहा, सिर्फ तस्वीरां खिछबाओं देने, कंट दिबाग जी मुना हाँ एक पहलू जड़ा होर चंगा लगया पियानी वो रास्तान तो लेकर अपने लाइके भी आ रहे हैं चाहार लेकर आ रहे हैं रास्तान दा बंदा सानु मिले आ उनने किया मैं कहा प्राबा फिर उससे पिजाबी हो उससे पिजाबी जड़ करके आ ह दिवक जी नैशनल मीडिया अच पंजाव दे हडां बारे भी कोई बहुती गाल नहीं हो रही जी? नहीं, आदे भी नहीं हो रही है आचल सरकार ने भी कहनें बलाके आफ़दा लावनेता है जमु कश्मीर दी जीकर कितना किते हो रहा है जमु कश्मीर दे विच मिथ्शा भी गहनें उत्रा खनदी गाल हुनदी है पर पंजाब दी ओस कदर नहीं हो रही जिमें हुनी बान दी है जिस कदर पंजाब दा न पशु उदर जा चुकते नहीं। जीमें आपने से थाती दी खाल करते हैं। यहाँ ता बनदे ही थे। पेलें चोनां से शेहधार के उदर चरा गया थी। पशु ताने बड़ा चरा गया। ताद कुछ बिया। 50 किलोमेटर ना दाहिरा बिया थे में देखें ड्रोव चाहिग असली दिक्कत उठे आके खड़ी है कि रसत दरियादे कनारे आके पे है रसत खित्राने कनारे आके पे है पर उन्होंना किस्तियां दे नहीं पचाउन जाता है बडियां बेडियां सर्खार कोई उपलब्द करा बे अपनी हैं गड़ियां अपनी हैं ट्रैलियां जो लोग पार उदेल बाद की होगा लोकानों बात करा है उननों बीज चाहीद है उननों दबायां चाहीद हैं उननों चम्डी दे रोग हो रहे हैं वो मसला चाहीद है उननों पछवाली पर चारा चाहीद है अस्भीत मकवा उतो बात होगा बहुत पिती बतरा जे असीदा सिर्फ एक कोण द दीपर जी मैंने पढ़ा तुसी ऐसे वले सफर दे वीचो यात्रा कर रहे हो पर कुछ बापस आ रहे हैं जी तविरे पांजब जी अथो निकले थी गे नौं साडे नौं ते गाउन थे थी गे पे उठों मतलों के क्रीब आठक बज़े निकले हैं तेसली लेट करकर पहुंचा हरमेच सिंख पठान माजिरा ने दो थीन दिन पहला पेना कृष्ण कुमार नू निशाने ते लेया फिर दिल्ली आले नू निशाने ते लेया फिर पग़वानतमान नू किया के प्राउट कड़ा हो आनों चैलेज कीता ए सारा मामला मत उनके एक बार ए चल लेया के लोग भी क विल्कुल जि पराना मामला खुल लिया ते वो कहने जी नमी श्कैत आगी जी उस आउरदी, वो कहने जी मेरा बिया कराया थी, या कराया थी, उदलाते मतलब। जी वो श्कैत पहला दीया है, जो पराना मामला है, ते फिर MLA खुंदियां कारबाई क्यों तो समझानूदी है किराइन तो प्रेरता, ते एस नौथली दी जानकारी देड़ लाई बनाया कीनू? बलते इस पन्नुखरानू। जिनने ते भी किसे समय आहजा मामला चल दा रहा है। सरकार ता कमाल तरीक है, जो भी जे पुलिस ने कारबाई कीती है, ता फिर डीजीपी सा नहीं हो पिर दूसरे बासे, पुलस कहेंदी जी हर्याने तो एको दी करचो नहीं है। उत्से तो करणा है जी भरमा। उतसे उतसे गिरभ्तार कीता जी। चक लेनदा जी। उरहां दे विच फाइरिंग कीती जी। उनने छड़ा के लेके जी पत गया जी। हैना जी फरार है जी। तब एक गोडियां जी गोडियां बारेंदी आत पैगी जी लाप पता है फाइरिंग करके पुर्स नहीं कसरती जी बनदा फाइरिंग करके बाँजबे मामला इन्हां गम्बीर थी तो एह होना पलिटीकली मोड ले गया पर एह तो अगला सबाल एह खड़ा है के की अरमील सिंग पठान माचरा राही आम आदमी पाटी बाकी MLA नु सनने मंतरी ते मुक्मंतरी नु एह कह रही है केजरी वालते मनीश लोदियां दी टीम के देखो कि کل نوں بستھارت سیگمنٹ کردیاں، تاڑا بہت عنواجی سما دین لئے، بہت شکریہ