Episode Transcript
[00:00:00] Speaker A: दीपक जी स्वागत है तुआड़ा सत्स्रियकाल जी.
[00:00:03] Speaker B: सचकाल बिजे जी सारे दर्शकानों स्रोत्यानों प्यार.
[00:00:06] Speaker A: परी सचकाल दीपक जी आज गल कैप्टेन मृंरिंदर सिंग तो शुरू कर देया कैप्टेन मृंरिंदर सिंग ने बीते समय च कांग्रेस दा पला छड़के पाज़ पाज़ वाहिन कर लगी सी तुसी दास दे रहे हों.
[00:00:31] Speaker B: बार बार दर्द उठ रहे हैं ते वो दर्द 30 बजदी है फिर वो 36 आंधी है। असम दे विच तुसी कहा के अमरिंदर सिंग इंटरभीओं आ मेनु ता लग रहा है के प्लैन्ड है, एक पी आर्थ इंटरभीओं आने। अमरिंदर सिंग दे करे आम बनदा � बशेशतार दे उत्ते नामी चैनलां दे नाल सिरीज दे रूप चीज में इंटरभीओ होन लग गियाने। पहलां पिछली इंटरभीओ खुब चर्चा चोई। उन्हें इंटरभीओ है। की अमरिंदर सिंग आजे भी अपने लिए कोई राहिंटिक स्पेस देखते ने। उन एक रुटीन पतरकारानी पांच अपरोच है ते वो पांच अपरोच दे विचो वो हुने इस उम्रेरों पता है कि आपा की करना है खुलके बोलो था सही एक गल सही है कि अमरिंदर सिंग्हुरान ने एस इंटरभीओ दे विच ए गल जरूर कही एक बर फिर दुआरा ग पंजाबनू में तो बद कौन है? राजिन्टिक तोर ते मतलो जे वो अपने मकाबले चे परकासिंग बादलों रखते हो ता परकासिंग बादलों भी नहीं रहें ते इसलिए वो राजपाग दे हवाले नार लमा समा राजिन्टिजी सरगर्मी दे हवाले नार वो शहद वो कहते हैं मैंता पत्याले ली भी अमीद बारलान न लगे नहीं पुछते थे कि हाँ किनु देदी है ना देदी है टिक्ट। यह मिलिंदर सिंख कह रहे है। फेर एक बार वो ने राग लापया कह जी पुल जबे बीजेपी बिनां गट जोड तो आ जूगी। तो गट ज बार बार काली बीजेपी गट जोड दी गल करके की अमरिंदर सिंग एस कोशिश ने के पाई मैं पहल कदमी कर रहा है मैं गट जोड करणच रोल भी नवा सकता है मैं पांच ब्रोच भी कर सकता है जे तुसी गट जोड करलो ते मेनु सीयम दा छेरा बनलो गट जोड ता इन दो चीज़ां कुछ और संकेत करती हैं। बिजेजी जदों कांगरसीयां दी लगातार जान बारले लीडरां दी लगातार आमद हो रही थी बिजे पीछे। तां बीजेपी दा पक्का जड़ा बरकर है, कैडर है, खास करके आपा देखिया कसान दोलों दे दरान जिनाने कपड़े पड़ाए, गालां खादियां, गोहा स्टाया, है ना, जाँ गर्याल जियानी होरी लगातर, है ना, ओ हुनके ताइ द्रिश्च नहीं है के लिडर कीते हुण आउन तो बाद, लेआउन तो बाद, खुली ता नी छड़ते गाँ मांग के, लाओ भी, है ना, गवाची गाँ मांग फिरो, कोई पुछ गेच नी। हुण इनने नो वे लाग रहे के, हसी अथे आके गवाच के, साड़ी कोई बुकत नी, साड़ी कोई सलाई नी ल खेंदे के मेनू जे हटाओना सी मिसीस सौनिया गंदी मेनू कहे देंदी के जी तुसी आस्तीफा देंदी मैंने खेंदे में तो बिना पुछे बियोंत कर ली ते मेनू लाके ओ माले ते खेंदे मैंने जैसे पता गया इसलिए मैंता बेजजित होके खेंदे कड्डे आबे है इदा उतना जाकखडोरां दी बीजेपी पसांद नहीं मजबूरी है ते हुन एही पसांद दी बिजाए मजबूरी बनी किनने ही उनना लीडरां दी होनी जड़े कैप्टन दे मगर-मगर पला फण के आए हुनके सादी भी गड़ी तर जूगी ते हुण जे अमरिंदर दी गड़ी नहीं एके रूट दी ताही शैदो रास्तानाली कनालाला प्रोग्रम एथे रखा के ड्रेक्टर अपनी हैं कुणिया पाउणनु फेर देनो के सदा करेक्शन सिद्धा जुडजबे हसी सिद्धी पाउंच प्रोच कर लिये जाओ अ कि मैंने जात सता हुगी है कांगरसी बार बार कि वो कांगरस भी आजे भी स्पेस देखते हैं वो कहते हैं पांच शे फिरते ने उठे मुख मंतरी दे अमीद बार कहते हैं मैं इननानन बहुत कम कीता, मैं इननानन बहुत जानता इननन दे जितती कांगरसार आदे नह की उन्हां दी इच्छा कांगरश बाफसी दी है?
जान एसे रहियों बीजेपी दे भीच अपना अधरमान हसल करना जाओंदेने? जान वहे जाओंदेने कि मैं आता जाओंगा कांगरश? पर मेनु लेना जो कले। क्योंकि मेनु विजेजी ये पता है कि कुछ तिराने सिल जाक ते कहेंदे हुरांने हवालेजनल कुछ तिराने क्या?
कहेंदे कि वो कहेंदे थीक है जर मैंने लेके जाना राहुन गंदी वर का बन्दा आप पहुंच प्रोच सा करे? सुदा मतल की वो डीक्के जा जा रहा है सदा? की एधर भी डीक्के जा जा रहा है?
क्योंके केप्टन परवार दे गांधी परवार न रिस्ते कले राजिनी तिकनी होर भी बहुत तरह दे नेडलेने। उनाच ए भी है कि जदो रजीब सौनिया दा बिया हुंदा है ता हिंदरा गांधी ता गुसा चल देयां। अमरिंदर सिंग मतर ओ समय भी र तो सोनिया गांधी खुद कहती हूंदी थी कि ज़े कैप्टरन आओंदा थी, आसी पड़ते हैं, पिछों देखते हूंदी थी कि महाराजा पत्याला आया साडे, तो इसलिए कि इनांदा रिस्ता गांधी परवारना रजीब गांधी और उननल बखरा रहा हैं। पर फिर उनन पर उननां दे कांगल छड़नती टीस ते बीजेपी पुछ किछ ना होनती टीस। वो कहते हैं जदा मैं आये हैं मेरी हाई कमान, बीजेपी हाई कमान मसाईं कदो बार गलवात होई हैं समत कदे कुछ देह नहीं।.
[00:07:45] Speaker A: दीपक जी अच्छा तुसी एक दिन मैंने याद है पहलां भी उन्हां दी गिंती, पेंडिंग केसां दी गिंती सर्डे पंज करोड.
[00:08:05] Speaker B: है दी पुछ नहीं। एहरां भी कर दी है जी ते प्रेशान भी कर दी है। बिलकुल तुसीं दुरुस्त फर्माया सर्डे पंज करोड। अदालतां दे विच चब रहें केसां दी गिंती कर रहें हैं नाता किसे संस्ता दिया ना किसे दिया पारत दे संस्त दे विच चल रहे इस सर्दरूत इजलास दे दुरान कुनून मंतरी ने खुद राजसवाचे जानकरी संजी कीती है वो कहते हैं बिल्कुल जी देशते विच एस मौकेस मुची आदालतां दे अंदर पांज करोड अनजा लख तो बद कीस चल रहे थे। जिदे विचों देश दियां पच्ची हाई कोड दे विच त्रहेंट लख तो बद केस पेंडिंग ने खलियां हाई कोड दे विच त्रहेंट लख त्रहेंट हजार चार सो चे केस हाई कोड चे पेंडिंग चल रहे ने एसे तरह देश दी सुप्रीम कोड दे विच नबे हजार सप्रीम कोड च पेंडिंगने हाइ कोड ते सप्रीम कोड वाले ए त्रेंट लख ते नबे जार जे कड लिये ता फिर बाकी इदालतां दे बिच चार करोड चरासी लख सतवंजा हजार तिनसो तरताली केस है जी चार करोड चरासी लखे मलालो त्रेंट लख त्रेंट जार ओ मल आज दी तरीक दे विच मतलब जी में आप आपा सच अकसर कहने है के चार पिलरां दे उते मलक चल दा है मीडिया किस तरहना थंब बन के रह गया है पर शाषन ते स्यास कहे जे थंबने होने है न ते उनाँच ले दे के जे आजे भी किसे नु आसदी करें किदे दिख दी है तो समा बीतन तो बाद इनसाफ मिले कियों इनसाफ हंदा फिर। एभी सवाल है। दुझ्या, की जज्जां दी कमी हैं, की सिस्टम बदलन दी लोड है, की वकील आजे कठने, जदो के बड़ी गंती चिजबाक इस खितर चारे ने नमे नमे बच्चे पेपर दे बहुत एकता सरकारी सिस्टम है साड़ा जिरा खनूनी प्रकरियामां च केस चल देन सरकार बनामे चाहे उत किसे तरने किते होने चाहे सरकार बनलो के शोबे दूसरा साड़े परवारक रिस्ते जहें जो बनके रहें गे उनाच परवारक खड़े सले केस बहुत बद गे, तीसरा इदे विच ओ संस्तामाने जड़िया स्विर्धता नाल लोक मुद्यां ले लड़ दियाने, जन हित प्टीशना दाखल कर दियाने, पर उनादी आरदे विच कहीं संस्तामा अजिन्या भीने जड़िया केस फाइट करना मतलब है हुं� इनने केसां दे विच पूरे देन दे विच किनने केस सुन पाँदेने, किनने उते लिख पाँदेने, किननी स्टडी कर पाँदेने, इह उनली चनौती भी है। फैसला लेन तो बेला केस पढ़ना भी बेला हैं, समझना भी बेला हैं, समां भी देना हैं। सो इस सारे पहलों न देश दे बासीयानू भी मैं समझन नहीं लोडा है कि सानू अदालतां तो बिना किमें मासले निबर सकते नहीं है जड़े मासले लोड नहीं होना जड़े आसी अदालत क्यों जानने हैं तो जिठे लोड है उठे समा रहने हैं इनसाप क्यों नहीं मिलदा ए जिठे सवाल क.
[00:12:24] Speaker A: एथ चलो अदालतांने विच साडडे पंज करोड के सुसीजी में जीकर कीता दीपग जी के नमे केस जादा फायल हुंदेने फैसले तैनने हुंदे नहीं पर जड़े UAPA दे केस ने जी की उनादी हुन छेती सुनवाई होईगी वो फास्ट.
[00:12:38] Speaker B: रैक की ते जानगे देखो ब जड़ों नेडे हुन्दा केस किसे ही स्थिति जी कोई बंदा पसान लगदा कुस लगदा फिर वखीलां नहीं समझोता करके नबेडन दी परकरियाच भी पैंदा पर जड़ा UAP आले मामले ने तुसी देखो के इनानु एही कहके लियांदा गया सी यह कनूनानु के जड़े ग जेरे लोग फडे जान्देने, गिरफतार कीते जान्देने जे उननानु भकीली नी उपलब्द होनगे समे सर जड़ी का कनूनी परकरिया, सरकारी परकरिया ना कि ओ चाबे तां जी आ भकील मैं आप कारण की समराथ नहीं था तोनों सरकार बनलो भकील उपलब्द करणा बन फिर इन्हां मसलेंच कदों चार शीर दाखल हुंदी है, किना समयन रठकाया जानदा है, हुँ जीवें NSA, UAP, बदादो जी लगातर, तो उदी जमानते नहीं हुंदी, फिर ओ सारे मामलेंच मान जोक सप्रीम कोर्ट ने किया, के भी जदों तुसीं बंदेनु मौका ही नहीं द यहनु जमानते नहीं मिलनी सालां बदी ते बाद चो 20 सालां बाद तुसी कहाँ जी के हां चाहे ये मामले चाहे वो 5.5 क्रोन मामलें अंच के बाद तुसी कहाँ जी के हां बंदर ते बेगना आसी ते उते जिनने साल अंदर बीद के जी उते नहीं कदे किसे न जुमय में थरा ते तुसी उते तेनने से बदा आभी रहे हो ते तुसी वो भी दस पारे कारण की है जी है ना ये जी देशनु ख़तर है ये सस्पिने रपोर्ट देती हो देती वो बलूगा जी की संसच कहने जी पहले आईं दसे मतलब बाकी ये मेंबर पारलिमेंट जड़ � हाई कोड दे चीप जस्टानू बकैदा तौरते अजहे UAP नर स्वंदत केसां दी परचोल कर लियाख है। उन्हांनु एक तरह नर हदैत कीती किया है के बकील फ़ौरी तौरते निजुक्त करके सुनभाई शेति तो शेति शुरू कीती जा बे। पांच साल तो जड़े जहे UAP आड़े केस लठक दिया रहेने मतलव कटोकट जड़े पैंडिंग लंबेने उननान उतरोंत सनवाईदें लियाओ ते मकदमेंनदी सनवाईदे विच तेज़ी लियाओंदें हैं रुजाना सनवाईदा जकीनी बड़ाओ रोज मरादे विच इन अमरित.
[00:15:51] Speaker A: सर च स्कूलानु उडाओन दी तमकी दिती.
[00:15:53] Speaker B: गई है जी? बिल्कुल जी आच दिनदे विच एक बारता है भड़ी हलचल पैदा हो गी सी के अमर सर ते पंदरां स्कूलानु उडाओन दी तमकी मिली है ते वो समां भी बड़ा एन पीकारा सी के एक वजे ता टाइम सी गाओ बैसे भी बिजेंजी अमरत सर थारमक खिते तो बहुत परमुक स्थान है साड़ा जिरती दा कार पुरुराम दास जी दी बसाई नगरी उठे सथ कंडशी दिर्वार साव दे विचार रोज लखांदी गंती शर्दालू आंदेने फिर उठे दुरुग्याना मंदर उस हवाले � टूरिस्ट हवाले नाल भी है खान पीन दे शुकीनां दे हवाले नाल भी ते कारोवारी बजार दे हवाले नाल भी है ना सारे पासियों अमरसर काफी महत्तपूरन नगर मनने आ जानदा है तो इस नुक्ते तो जिकर यही ख़बर होंदी है के अचानक सूचना मिल पर हलतन ता मच नहीं सी। पहना जानकरी नुडली जानकरी है कि शहत पंदरां स्कूलानों आई है जी। फिर जदो पूरी पुन्छन होंदी गई ता तेन स्कूलानों इमेल आई सी। जितना ही तेन स्कूलानों इमेल आई तदे पुलस चॉकस होई। उन्हांने स्कू तुरंत बच्चियाने मापियानाल संपरक्सादे आ गया के मॉक ड्रिल करानी पहरी है इसलिए बच्चियानों आसी छुटी करें तुसी ले जो पर तद ते दरान ही एसे उठे भी कल तुरी के तिलन स्कुलानों ता इमेल पेज़ के जानकारी देती एना होगे कि असीना तिलन स्कुलान च लगे रही है टारकेट होर स्कुल हो जान फिर तुरंत बाकी स्कुलान भी शुटिंग थी यह तो गया के फिर शैद बत स्कुलान फिर जहीं सितीच खबर लुकनी, उनु मॉक ड्रिल बनाओना मुश्कल हो जानदा, फिर उगल बार आओन लगी। क्योंके पुलस ने फिर स्कुलां तो बार निकलके, रेलबे स्टेशन, बास सडडे, तार्मकस्तान, दर्बार साव, दुर्गेना मंदर, बजार, उना स पर खास करके जड़े 10 स्कूलानू इमेल आई सी उन्हां स्कूलान दी बड़ी बरीकीना जांच कीती। बेशक हुन दक्त कोई जही शकी चीज नहीं मिली पर बंब रोकू दस ते उन्हां डिफ्यूज करना लिया टीमा, फैर ग्रिड गडिया, हस्पताल, उस सारा कुछ उन्ह पर परमात्मा दी करपा है कि कोई यही कटना नहीं है पर इदे पिछे मन्शा की है क्यों दिती गई है इदा कारण की है कौन तेराने उदे विच पुलीस तेरान एंक्वारी जी जूटियान है जी दीपक.
[00:19:07] Speaker A: जी समा देलनी तोड़ा बहुत अनवाद अगले हफ़ते फेर ख.